भारत ने मल्टी-फ़ॉर्मेट सीरीज़ के आख़िरी चार दिनों को अपने नाम किया है, और अगर दूसरे वनडे में वह नो-बॉल का ड्रामा न हुआ होता तो 6-4 की बढ़त भारत के पास होती न कि ऑस्ट्रेलिया के पास।
मकाय में पहले वनडे के साथ इस सीरीज़ का आग़ाज़ हुआ था, जहां मेज़बान टीम ने भारत पर एक आसान जीत दर्ज की थी। लेकिन इसके बाद से टीम इंडिया ने इस दौरे पर शानदार वापसी की है।
ऑस्ट्रेलिया के लिए अपने कुछ खिलाड़ियों की चोट निश्चित तौर पर एक झटके की तरह रही है जिसमें रेचल हेंस का बाहर होना सबसे अहम है। हालांकि टी20 मुक़ाबलों से पहले मेज़बान टीम में टाएला व्लेमिंक की वापसी उन्हें बहुत हौसला देगी।
टी20 लेग से पहले भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर भी काफ़ी आत्मविश्वास से लबरेज़ नज़र आईं और उन्होंने अच्छे प्रदर्शन का भरोसा दिया।
टी20 वर्ल्ड कप के बाद से ये पहला मौक़ा होगा जब क्रिकेट के सबसे छोटे फ़ॉर्मेट में दोनों देश आमने-सामने होंगे। मेज़बान टीम की कप्तान मेग लानिंग ने कहा, "भारत के पास ऐसे खिलाड़ी हैं जो किसी भी परिस्तिथि से आपसे मुक़ाबला छीन लें, उनकी बेंच स्ट्रेंथ भी काफ़ी मज़बूत है। हम उनसे एक कठिन चुनौती की उम्मीद कर रहे हैं, और ये हमारे लिए एक अच्छा इम्तेहान होगा। टेस्ट मैच की चुनौती अलग थी, क्योंकि टेस्ट एक ऐसा फ़ॉर्मेट था जहां हम कम खेलते हैं। लेकिन टी20 में हमारे सारे खिलाड़ियों को उनकी भूमिका पता है।"
करारा ओवल में अपना टेस्ट डेब्यू करने वाली स्टेला कैंपबेल और डार्सी ब्राउन के पहले मुक़ाबले में खेलने की उम्मीद कम है। टी20 लेग के तीनों ही मुक़ाबले करारा में ही खेले जाएंगे।