185 - भारत ने शुक्रवार को पांचवें टेस्ट की पहली पारी में कुल 185 रन बनाए। सिडनी में 2001 के बाद से किसी भी टीम के द्वारा यह दूसरा सबसे कम स्कोर है। इस मामले में पहले स्थान पर ऑस्ट्रेलिया की टीम है। वे 2010 में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ 127 रन पर ऑलआउट हो गए थे।
8 - किसी एक कैलैंडर ईयर में 185 या उससे कम के स्कोर पर सबसे अधिक बार ऑलआउट होने के मामले में भारत संयुक्त रूप से पहले स्थान पर है। 2024-25 में भारत आठ बार 185 या उससे कम के स्कोप पर आउट हुआ। भारत के अलावा पांच और टीमें भी किसी एक टेस्ट सीज़न में आठ बार 185 के स्कोर से कम पर ऑलआउट हुई हैं।
376 - चेन्नई में भारत ने इसी साल बांग्लादेश के ख़िलाफ़ पहली पारी में 376 रन बनाए थे। 2024-25 में किसी भी टेस्ट की पहली पारी में वही भारत का सर्वश्रेष्ठ स्कोर है। कम से कम 10 टेस्ट मैच खेलने वाली टीमों में से भारत के अलावा वेस्टइंडीज़ ही एकमात्र ऐसी टीम है, जिसने किसी एक टेस्ट सीज़न के दौरान पहली पारी में 400 के स्कोर को पार नहीं किया। वेस्टइंडीज़ ने 2000-01 के सीज़न में किसी टेस्ट मैच की पहली पारी में 400 के स्कोर को पार नहीं किया था।
18.74 - 2024-25 के टेस्ट सीज़न में भारत ने पहली पारी में प्रति विकेट औसतन 18.74 रन बनाए। यह किसी भी टीम द्वारा एक सीज़न में कम से कम पांच मैचों के दौरान टेस्ट की पहली पारी में न्यूनतम औसत है। भारत का औसत पहली पारी (टेस्ट की पहली और दूसरी पारी) में 22.92 रहा, जो किसी भी टीम द्वारा कम से कम दस मैचों वाले टेस्ट सीज़न में सबसे कम औसत है।
2 - 2024-25 के में खेले गए टेस्ट मैचों में पहली पारी के दौरान भारतीय खिलाड़ियों ने सिर्फ़ दो शतक लगाए। बांग्लादेश के ख़िलाफ़ चेन्नई में अश्विन ने शतक लगाया था और नीतीश कुमार रेड्डी ने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ मेलबर्न में पहली पारी के दौरान शतक लगाया था। दोनों शतक आठवें नंबर के बल्लेबाज़ के द्वारा आया था। 2024-25 के टेस्ट सीज़न में भारत ने कुल दस टेस्ट मैच खेले, जो किसी भी टीम द्वारा एक टेस्ट सीज़न में सबसे ज़्यादा हैं, लेकिन इनमें भारत के किसी भी खिलाड़ी ने शीर्ष सात में बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में शतक नहीं बनाया।
12.6 - पहली पारी के दौरान 2024-25 में विराट कोहली का बल्लेबाज़ी औसत 12.6 रहा। टॉप सात में बल्लेबाज़ी कर रहे किसी भी बल्लेबाज़ की तुलना में विराट का औसत सबसे कम रहा।
11 - इस सीरीज़ में जसप्रीत बुमराह ने सलामी बल्लेबाज़ों को 11 बार आउट किया, जो 2002 के बाद किसी भी गेंदबाज़ के लिए संयुक्त रूप से सबसे ज़्यादा है। शेन वॉर्न ने 2005 की ऐशेज़ और स्टुअर्ट ब्रॉड ने 2019 की ऐशेज़ में भी सलामी बल्लेबाज़ों को 11 बार आउट किया था।
22 - बुमराह ने शुक्रवार को बल्ले के साथ 22 रनों का योगदान दिया। इस टेस्ट सीरीज़ में किसी भी भारतीय कप्तान के द्वारा यह सर्वोच्च स्कोर था। कम से कम सात पारी खेलने वाले किसी भी भारतीय कप्तान के द्वारा एक टेस्ट सीरीज़ के दौरान यह दूसरा न्यूनतम निजी स्कोर है।