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अगर मैं अपने मर्ज़ी के मुताबिक़ खेलूं तो मुझे लगता है मैं टीम को निराश कर दूंगा : राहुल

KL Rahul acknowledges the cheers after getting to his half-century BCCI

कुछ समय से एक्सपर्ट्स का मानना है कि केएल राहुल को ज़्यादा खुलकर बल्लेबाज़ी करने की ज़रूरत है। उनके पास क्रिकेट के लगभग सारे शॉट हैं और ज़रूरत पड़ने पर नई शॉट का उत्पादन करना भी उन्हें आता है। पंजाब किंग्स के आईपीएल 2021 के आख़िरी लीग मुक़ाबले में उनकी यह खूबियां साफ़ नज़र आई जब उन्होंने केवल 42 गेंदों पर 98 नाबाद बनाए। तो राहुल आम तौर पर धैर्य के साथ बल्लेबाज़ी क्यों करते हैं?

उनका कहना है, "अगर मैं अपने मर्ज़ी के मुताबिक़ खेलूं तो मुझे लगता है मैं टीम को निराश कर दूंगा।"

कप्तान बनने के बाद से राहुल पंजाब के टॉप ऑर्डर में एक स्थिर लेकिन निरंतर खिलाड़ी बन चुके हैं। इसे आप कप्तानी की ज़िम्मेदारी समझ सकते हैं या एक नाज़ुक मिडिल ऑर्डर के साथ खेलने का फल।

2018 में उन्होंने टूर्नामेंट इतिहास में सबसे तेज़ अर्धशतक जड़ा था और साथ ही 158 के स्ट्राइक रेट से तीसरे सबसे ज़्यादा रन बनाए थे। एक साल बाद रन स्कोरर्स की सूची में वह दूसरे पायदान पर रहे लेकिन उनका स्ट्राइक रेट 135 का रहा । और 2020 में आख़िरकार वह ऑरेंज कैप के हक़दार बने लेकिन 129 के स्ट्राइक रेट के साथ।

इस सीज़न ऐसा लगा है शायद वह रन और स्ट्राइक रेट का सही संतुलन ढूंढ चुके हैं। उनके 139 के स्ट्राइक रेट से बनाए गए 626 रन फ़िलहाल टूर्नामेंट में सर्वाधिक है। चेन्नई के ख़िलाफ़ एक अच्छे बैटिंग पिच पर 135 रनों का पीछा करते हुए ऐसा लगा उन्होंने ख़ुद को शॉट मारने की खुली छूट दे दी हो।

मैच के बाद उन्होंने प्लेऑफ़ की दौड़ में बने रहने की ज़रूरत पर कहा, "वास्तव में हम यह लक्ष्य 14 ओवरों में पहुंचना चाहते थे। आज एक ऐसा दिन था जब मैं हर गेंद पर प्रहार कर सकता था। जब आपके दिमाग़ में रणनीति स्पष्ट हो तो ऐसा होता है। गेंद को बल्ले के बीचों-बीच संपर्क कर पाने से कोई अच्छा अनुभव नहीं है।" जॉश हेज़लवुड ने एक बाउंसर से राहुल को शुरुआत में ज़रूर परेशान किया था लेकिन उन्होंने जवाब में उसी गेंदबाज़ से 4, 4, 0 और 6 रन बनाकर एक शानदार पारी का संकेत दे दिया। राहुल का पचासा केवल 25 गेंदों पर आया और अगर लक्ष्य थोड़ा भी ज़्यादा होता तो वह एक यादगार शतक बना सकते थे। उनके टीम के खिलाड़ियों ने इस ख़ास पारी की जमकर तारीफ़ की।

ऐडन मारक्रम ने कहा, "ऐसी पारियां रोज़ देखने को नहीं मिलती। इसका उन्हें जश्न मनाना चाहिए। हम तो उनके शॉट्स देख कर काफ़ी खुश हो रहे थे। यह एक अद्वितीय पारी है।" क्रिस जॉर्डन बोले, "केएल एक विश्व-स्तरीय बल्लेबाज़ हैं और उन्हें देखने में बहुत मज़ा आता है। मैं 2016 में आरसीबी में रहते उनके साथ खेला था और तब भी उनके शॉट्स देख कर पता चलता था कि यह एक उच्च श्रेणी का बल्लेबाज़ है। वह हर परिस्थिति में खेल लेते हैं और काफ़ी हद तक 360 डिग्री बल्लेबाज़ हैं। आज जिस तरीक़े से उन्हें टीम का नेतृत्व करते हुए आतिशी पारी खेली वह यादगार रहेगा।"

शायद इस पारी के बावजूद पंजाब किंग्स प्लेऑफ़ नहीं पहुंच पाएंगे। लेकिन आनेवाले विश्व कप से पहले राहुल का फ़ॉर्म भारतीय टीम के लिए एक बड़ा आश्वासन है।